भूत वाली कहानी Can Be Fun For Anyone

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" बिल्कुल विश्वास है।" उन्होंने काफी पीते हुवे बोला था।

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" सर वहाँ से जानेवाले बहुत से कस्टमर्स हमे यही कम्पलेन कर रहें हैं। ब्रिज में भूत माँस पर नज़र डालके उसे खराब करते हैं सर!!"

वह अपनी पत्नी से पूछता है कि यह कौन है? तब पत्नी कहती है कि पता नहीं यह व्यक्ति कौन है? मैंने सोचा कोई तुम्हारा जानकार होगा।मगर इस बदतमीज है इसने मुझे थप्पड़ मारा। लड़का रो रहा था तो मुझे मारा कि लड़के को क्यों रुला रही हो। 

एक दिन, रात के समय राजू को अचानक एक रोने की आवाज सुनाई दी। वह दिल से घबराया और धीरे-धीरे हवेली की ओर बढ़ा। ध्वनि उसकी कानों में गूंथी गई और उसने देखा कि हवेली के बगीचे में एक छोटा सा बच्चा रो रहा था।

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असली भूत की कहानी-३ । मौत, फांसी, कत्‍ल, हादसे किसी भी शानदार से शानदार जगह को विरान बना देते हैं। जैसा कि आपको पूर्व के लेख में बता दिया गया था, कि हम रूहों और आत्‍माओं के लिए कोई एक जगह निश्‍चीत नहीं कर सकते। लेकिन वो अदृश्‍य और स्‍वतंत्र हैं वो चाहे जहां भी अपना बसेरा कर सकती हैं। लेकिन ज्‍यादातर मामलों में रूहें और आत्‍माएं हादसों की जगहों या अपनी मौत के कारणों के स्‍थान पर ही भटकती रहती हैं।

मोहनलाल पहलवान भैसों का दूध पीने और उनकी देखरेख करने के अलावा कोई भी काम नहीं जानता था। तब पहलवान बोलता है - कमाई? कमाई क्या होती है? बताओ?

सभी भूत कहते है - एक पहलवान है। उसकी हुजूरी करने और उसके घर राशन पहुंचाने में ही हमारा सारा समय बीत जाता है। जिसके कारण हम इतने दुबले हो गए है। भूतों के गुरु जी को यह बात बहुत बुरी लगी। और उन्हें क्रोध आया तब भूतों के गुरु ने पहलवान से बदला more info लेने की ठानी।

" हाँ चिन्नू , क्या तुमने रेलवे स्टेशनों के शौचालय में हातों के निशान देखें हैं? उन्होंने पूछा।

इसके बाद से, गाँववाले ने समझा कि भूतों की बजाय हमें अपने साथी की मदद करनी चाहिए। राजू ने सिखाया कि हमें दुनिया में अगर हमें किसी की मदद करनी है तो हमें उसके आवश्यकताओं को समझना चाहिए, और साथ में रहना चाहिए। उस दिन के बाद, गाँव में सभी लोगों के बीच में सजगता और सामंजस्य बढ़ गई, जिससे वह गाँव और भी सुखमय और समृद्धिशील हो गया।

राम और सोनू ने श्राप तोड़ने और कुत्ते को बचाने का फैसला किया। उन्हें पता चला कि ऐसा करने का एकमात्र तरीका गुफा की गहराई में छिपी एक पहेली को सुलझाना था। अपने दिमाग का इस्तेमाल करके उन्होंने पहेली को समझ लिया और कुत्ते को उसकी पीड़ा से मुक्त करते हुए अभिशाप को तोड़ दिया।

ऐसे ही, एक दिन की बात है जब हम सभी खाना खाकर रात में बालकनी में बैठे बातें कर रहे थे कि तभी मेरी मौसी का लड़का हमसे कहने लगा कि किसी में इतनी हिम्मत है कि वो रात के इस समय में इस जंगल के अंदर जाये।

गौरब एक पंडित को लेकर उस घर में जाता है और पूजा पाठ करवाता है। इससे उस आत्मा को उस घर से मुक्ति मिल जाती है और वह गौरब का धन्यवाद करती है। गांब वाले सभी गौरब के इस कारनामे से प्रसन्न होते है और उसे इनाम देते है।

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